पूर्व वैदिक या ऋग्वैदिक काल में सामाजिक, आर्थिक जीवन की विशेषताओं का वर्णन करें।PDF DOWNLOAD

पूर्व वैदिक या ऋग्वैदिक काल में सामाजिक, आर्थिक जीवन की विशेषताओं का वर्णन करें।PDF DOWNLOAD

प्रश्न- पूर्व वैदिक या ऋग्वैदिक काल में सामाजिक, आर्थिक जीवन की विशेषताओं का वर्णन करें।  ऋग्वैदिक सभ्यता : ऋग्वैदिक सभ्यता का भारतीय इतिहास में अत्यधिक महत्त्व है। प्रो० मैक्समूलर का कथन है कि “वेद केवल भारतीय इतिहास के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि विश्व के एक बहुत बड़े अभाव की पूर्ति करते हैं।  ऋग्वैदिक सभ्यता … Read more

सिन्धुघाटी के लोगों की सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक तथा राजनीतिक दशा का वर्णन कीजिए।PDF DOWNLOAD

प्रश्न- सिन्धुघाटी के लोगों की सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक तथा राजनीतिक दशा का वर्णन कीजिए।

प्रश्न- सिन्धुघाटी के लोगों की सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक तथा राजनीतिक दशा का वर्णन कीजिए।   हड़प्पा सभ्यता का प्राचीन भारत के इतिहास में एक विशिष्ट स्थान है। यह कई बातों में विश्व की अन्य सभ्यताओं से श्रेष्ठ तथा उन्नत थी। यह विश्व की अत्यंत प्राचीन और मानवोपयोगी सभ्यता मानी जाती है।  1. हड़प्पा सभ्यता की जानकारी … Read more

हड़प्पा सभ्यता की आधारभूत विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। इस सभ्यता के पतन के क्या कारण थे ?PDF DOWNLOAD

हड़प्पा सभ्यता की आधारभूत विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। इस सभ्यता के पतन के क्या कारण थे ?

प्रश्न- हड़प्पा सभ्यता की आधारभूत विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। इस सभ्यता के पतन के क्या कारण थे ?  हड़प्पा सभ्यता का प्राचीन भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। यह विश्व की अत्यन्त प्राचीन एवं मानवोपयोगी सभ्यताओं में गिनी जाती है। अपने श्रेष्ठतम एवं सुनियोजित नगरों, सुव्यवस्थित निवास व्यवस्था, उत्तम नागरिक प्रबन्ध, सुन्दर और उपयोगी … Read more

हड़प्पा सभ्यता के नगर योजना की मुख्य विशेषताओं का वर्णन करें। PDF DOWNLOAD

हड़प्पा सभ्यता के नगर योजना की मुख्य विशेषताओं का वर्णन करें । 

प्रश्न- हड़प्पा सभ्यता के नगर योजना की मुख्य विशेषताओं का वर्णन करें ।  1920 ई. में दयाराम साहनी के नेतृत्व में हड़प्पा में तथा 1922 ई. में राखलदास बनर्जी के नेतृत्व में मोहनजोदड़ो में खुदाई का कार्य आरंभ किया गया। 1923 ई. में भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से सर जान मार्शल के नेतृत्व में … Read more

प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें।PDF DOWNLOAD 

प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें।

प्रश्न- प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें। प्राचीन भारतीय इतिहास के विविध स्रोत हैं। यद्यपि प्राचीन भारतीयों में इतिहास- लेखन की वैसी श्रृंखलाबद्ध परम्परा नहीं थी, जैसा हम प्राचीन यूनान या रोम में पाते हैं, तथापि प्राचीन भारत में विभिन्न विषयों से सम्बद्ध अनेक ऐसे ग्रंथ की रचना हुई, … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 4 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 4 Short Question Answer PDF Download Q.24. कनिष्क के उपलब्धियाँ  Ans. कनिष्क कुषाण वंश का सबसे महानतम् शासक था, जो 78 ई. में सम्राट बना एवं 101 ई. तक शासन किया। कनिष्क के सम्राट बनने की तिथि से ही उपलब्धियों का दौर शुरू हो जाता है। शक् संवत … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 5 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 5 Short Question Answer PDF Download Q.34. गुप्त काल की धार्मिक दशा का  Ans. गुप्त काल के सभी सम्राट हिन्दू धर्म के अनुयायी थे, परन्तु वे अन्य धर्मो भी आदर करते थे। इस काल में जैन धर्म और बौद्ध धर्म का प्रभाव कम हो गया था। इसके विपरीत … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 3 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 3 Short Question Answer PDF Download Q.13. चन्द्रगुप्त के मौर्य का जीवन वृतांत Ans. चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रारम्भिक जीवन की जानकारी हेतु हमें बौद्ध स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ता है। चन्द्रगुप्त मौर्य साधारण कुल में उत्पन्न हुआ था फिर भी बचपन से ही उसमें उज्जवल भविष्य के सभी … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 2 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 2 Short Question Answer PDF Download Q.8. वैदिककालीन आर्थिक जीवन  Ans. वैदिक काल में आर्यों की संस्कृति ग्रामीण और कबीलाई थी। पशुपालन प्राथमिक पेशा था और कृषि द्वितीयक व्यवसाय था। इस काल में ‘गाय’ को पवित्र पशु माना जाता था और यह विनिमय के साधन के रूप में … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 1 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 1 Short Question Answer PDF Download Q.1. पूर्व ऐतिहासिक युग या पाषाणकालीन संस्कृति का संक्षिप्त परिचय  Ans. इतिहास के पूर्व ऐतिहासिक गुम से तात्पर्य उस काल से है, जिसके सम्बन्ध में कोई लिखित सामण नहीं मिलता है।  भारत में पाषाणकालीन संस्कृति का अन्वेषण सर्वप्रथम सन् 1863 में प्रारम्भ … Read more

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