सुमेर सभ्यता में कानून व्यवस्था

सुमेर सभ्यता में कानून व्यवस्था लिपिबद्ध कानून (Codified Laws): सुमेरियन समाज में पहले मौखिक परंपराओं और धार्मिक नियमों के आधार पर कानून लागू किए जाते थे । लेकिन जैसे-जैसे सभ्यता विकसित हुई, शासकों ने लिखित कानूनों को अपनाया । अतः सुमेरियाई समाज में पहली बार लिखित कानूनों की शुरुआत हुई । ये कानून आमतौर पर … Read more

सुमेरियन सभ्यता : धर्म (  धार्मिक जीवन )

सुमेरियन सभ्यता : धर्म (  धार्मिक जीवन ) सुमेरिया सभ्यता में धर्म का अत्यधिक महत्त्व था । प्रारम्भ में वे एक ही देवता की पूजा करते थे किन्तु बाद में अनेक देवताओं की पूजा की जाने लगी । प्राकृतिक शक्तियों में ये लोग सूर्य व चन्द्रमा की पूजा करते थे । प्रारम्भ में सुमेरियन निवासियों … Read more

सुमेरियन सभ्यता : समाज

सुमेरियन सभ्यता : समाज सामाजिक वर्गीकरण (Social Classification ) – प्राचीन सुमेर का समाज तीन वर्गों में विभाजित था । ये वर्ग थे- उच्च वर्ग, मध्य वर्ग एवं निम्न वर्ग । उच्च वर्ग ( Elite Class) – उच्च वर्ग या अभिजात्य वर्ग में राजा, पुरोहित, राज्य के उच्च अधिकारी, धनी व्यापारी, उच्च सैनिक अधिकार एवं … Read more

मेसोपोटामिया का अर्थ

मेसोपोटामिया की सभ्यता मेसोपोटामिया सभ्यता विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक थी, जो आधुनिक इराक के क्षेत्र में स्थित थी । यह सभ्यता मुख्य रूप से दजला (Tigris) और फरात (Euphrates) नदियों के किनारे विकसित हुई थी । मेसोपोटामिया से ही शहरी जीवन की शुरुआत हुई | इसे मानव सभ्यता का पालना (Cradle of … Read more

B.A 2nd Semester Major History Syllabus for All Bihar University

विश्व सभ्यता का इतिहास History of World Civilization Unit Topics to be Covered   Unit : 1 प्रारंभिक विश्व सभ्यता का इतिहास History of Early World Civilization   1.   स्रोतों का सर्वेक्षण: प्रारंभिक और मध्यकालीन विश्व सभ्यता Survey of Sources : Early & Medieval World Civilization   2.   मिस्र की सभ्यता, राजनीतिक विकास, कला, स्थापत्य  … Read more

वैदिक कालीन आर्थिक स्थिति अथवा विचारों का वर्णन कीजिए |

वैदिक कालीन आर्थिक स्थिति अथवा विचारों का वर्णन कीजिए |

प्रश्न : वैदिक कालीन आर्थिक स्थिति अथवा विचारों का वर्णन कीजिए |  उत्तर : वैदिक काल (1500-600 ईसा पूर्व) भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें समाज, अर्थव्यवस्था, और संस्कृति के प्रारंभिक स्वरूप का विकास हुआ। वैदिक साहित्य, जैसे ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद, वैदिक काल की आर्थिक स्थिति और विचारों का प्रमुख स्रोत … Read more

प्राचीन भारत में कृषि के विकास की चर्चा करें |

प्राचीन भारत में कृषि के विकास की चर्चा करें |

प्रश्न : प्राचीन भारत में कृषि के विकास की चर्चा करें | उत्तर :प्राचीन भारत में कृषि का विकास भारतीय सभ्यता के प्रारंभिक काल से ही हुआ था और यह भारतीय समाज की आर्थिक और सामाजिक संरचना का अभिन्न हिस्सा बन गया। कृषि ने न केवल खाद्यान्न का उत्पादन किया, बल्कि समाज में श्रमिकों, शिल्पकारों, … Read more

वैदिक साहित्य पर प्रकाश डालें |

वैदिक साहित्य पर प्रकाश डालें |

प्रश्न : वैदिक साहित्य पर प्रकाश डालें | उत्तर : वैदिक साहित्य प्राचीन भारतीय संस्कृति और धर्म का महत्वपूर्ण स्रोत है । यह साहित्य वेदों पर आधारित है, जो हिंदू धर्म के सबसे प्राचीन और पवित्र ग्रंथ माने जाते हैं । वेदों को “श्रुति” कहा जाता है, जिसका अर्थ है “सुना हुआ” या “जो दिव्य … Read more

प्राचीन भारतीय इतिहास के विभिन्न स्रोतों का वर्णन कीजिए |

प्राचीन भारतीय इतिहास के विभिन्न स्रोतों का वर्णन कीजिए |

प्रश्न . प्राचीन भारतीय इतिहास के विभिन्न स्रोतों का वर्णन कीजिए | अथवा प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोतों के सर्वेक्षण पर प्रकाश डालें |  उत्तर : प्राचीन भारतीय इतिहास अध्ययन के स्रोत प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है जिनसे हमें तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक तथा सांस्कृतिक पहलुओं की जानकारी प्राप्त होती है | अध्ययन की … Read more

भारतीय संस्कृति की विशेषताओं का वर्णन करें |

भारतीय संस्कृति की विशेषताओं का वर्णन करें |

प्रश्न : भारतीय संस्कृति की विशेषताओं का वर्णन करें | उत्तर : भारतीय संस्कृति विश्व की प्राचीनतम एवं समृद्ध संस्कृति है । कई देशों की संस्कृतियाँ समय के साथ समाप्त हो गईं, लेकिन भारतीय संस्कृति आदि काल से ही अपने परम्परागत अस्तित्व के साथ निरन्तर बनी हुई है । इसने स्वयं की उदारता तथा समन्वयवादी … Read more

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