गौतम बुद्ध के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश डालें। 

गौतम बुद्ध के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश डालें। 

प्रश्न- गौतम बुद्ध के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश डालें।  महात्मा बुद्ध बौद्ध-धर्म के संस्थापक थे। इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था। इनके पिता का नाम शुद्धोदन और माता का नाम माया देवी था। शुद्धोदन नेपाल की तराई में स्थित शाक्यवंश के राजा थे। शाक्यों की राजधानी कपिलवस्तु थी । प्रौढावस्था में 563 ई० … Read more

वर्द्धमान महावीर के जीवन एवं शिक्षाओं का उल्लेख करें।

वर्द्धमान महावीर के जीवन एवं शिक्षाओं का उल्लेख करें।

प्रश्न- वर्द्धमान महावीर के जीवन एवं शिक्षाओं का उल्लेख करें। जैन परम्पराओं के अनुसार महावीर से पहले इस धर्म के 23 गुरू हो चुके थे, जो तीर्थंकर कहलाते थे। महावीर चौबीसवें तीर्थंकर थे। प्रारम्भिक तीर्थंकरों के संबंध में जानकारी वैदिक साहित्य में मिलती है। सबसे पहले तीर्थंकर ऋषभदेव थे। केवल अन्तिम दो अर्थात् 23 वें … Read more

मगध के उत्कर्ष के क्या कारण थे ? मौर्या के आगमन के पूर्व मगध के राजनीतिक उत्कर्ष का वर्णन करें | 

मगध के उत्कर्ष के क्या कारण थे ? मौर्या के आगमन के पूर्व मगध के राजनीतिक उत्कर्ष का वर्णन करें | 

प्रश्न- मगध के उत्कर्ष के क्या कारण थे ? मौर्या के आगमन के पूर्व मगध के राजनीतिक उत्कर्ष का वर्णन करें |  छठी शताब्दी ई० पूर्व के महाजनपदों में अंततः मगध एक साम्राज्यवादी ताकत के रूप में उभरा। बिम्बिसार, अजातशत्रु और महापद्यनंद जैसे पराक्रमी राजाओं ने मगध के उत्कर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 321 ई० … Read more

छठी शताव्दी ई० पू० की भारत की राजनैतिक अवस्था का वर्णन कीजिए।

छठी शताव्दी ई० पू० की भारत की राजनैतिक अवस्था का वर्णन कीजिए।

प्रश्न- छठी शताव्दी ई० पू० की भारत की राजनैतिक अवस्था का वर्णन कीजिए। महाभारत युद्ध के पश्चात् भारत अनेक राज्यों में विभक्त हो गया । वैदिक काल में आर्यों का राजनीतिक आधार जन था। उत्तर वैदिक काल में जनपद का विकास हुआ। राज्य की कल्पना भौगोलिक आधार पर होने लगी। छठीं शताब्दी ई. पू. में … Read more

वैदिक धर्म एवं दर्शन से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व का वर्णन कीजिए ।

वैदिक धर्म एवं दर्शन से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व का वर्णन कीजिए ।

प्रश्न-वैदिक धर्म एवं दर्शन से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व का वर्णन कीजिए । आर्य सभ्यता के विकास और उसमें वैदिक धर्म और दर्शन का विशेष महत्व है। वैदिक धर्म और दर्शन न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थे, बल्कि उन्होंने समाज, संस्कृति और नैतिकता के मूलभूत सिद्धांतों को भी स्थापित किया। … Read more

पूर्व वैदिक एवं उत्तर वैदिक कालीन साहित्य एवं दर्शन की विवेचना कीजिए।

पूर्व वैदिक एवं उत्तर वैदिक कालीन साहित्य एवं दर्शन की विवेचना कीजिए।

प्रश्न- पूर्व वैदिक एवं उत्तर वैदिक कालीन साहित्य एवं दर्शन की विवेचना कीजिए। वैदिक साहित्य भारत की अमूल्य निधि है। इसके द्वारा वैदिक संस्कृति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी मिलती है। आर्यों की सभ्यता तथा संस्कृति को जानने का तो यह एकमात्र साधन है। वैदिक साहित्य में केवल वेद ही नहीं, अपितु आर्यों के सभी … Read more

उत्तर वैदिक सभ्यता की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए। 

उत्तर वैदिक सभ्यता की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए। 

प्रश्न- उत्तर वैदिक सभ्यता की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।  1100 ई. पूर्व में ऋग्वैदिक काल की सभ्यता समाप्त हो गई। इसके बाद की सभ्यता को ‘उत्तर वैदिक काल की सभ्यता’ के नाम से पुकारा जाता है। अधिकांश इतिहासकारों ने इस सभ्यता का समय लगभग 1000 ई. पूर्व से 600 ई. पूर्व माना है। यजुर्वेद, … Read more

पूर्व वैदिक ( ऋग्वैदिक कालीन) सभ्यता के सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक जीवन की विवेचना कीजिए । 

पूर्व वैदिक ( ऋग्वैदिक कालीन) सभ्यता के सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक जीवन की विवेचना कीजिए । 

प्रश्न- पूर्व वैदिक ( ऋग्वैदिक कालीन) सभ्यता के सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक जीवन की विवेचना कीजिए ।  वैदिक सभ्यता के निर्माता आर्य थे। आर्य शब्द का अर्थ है— श्रेष्ठ अथवा कुलीन व्यक्ति। आर्य गोरे रंग के लम्बे-चौड़े, बलिष्ठ, वीर तथा साहसी होते थे। आर्यों ने जिस साहित्य की रचना की, वह वैदिक साहित्य के नाम … Read more

आर्य कौन थे? इनके मूल निवास के बारे में कौन-कौन से सर्वाधिक विश्वसनीय सिद्धान्त हैं और क्यों ? स्पष्ट करें।

आर्य कौन थे? इनके मूल निवास के बारे में कौन-कौन से सर्वाधिक विश्वसनीय सिद्धान्त हैं और क्यों ? स्पष्ट करें।

प्रश्न- आर्य कौन थे? इनके मूल निवास के बारे में कौन-कौन से सर्वाधिक विश्वसनीय सिद्धान्त हैं और क्यों ? स्पष्ट करें। सिंधुघाटी की सभ्यता के पतन के पश्चात भारत के विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न संस्कृतियों का उदय हुआ । इनमें सबसे महत्त्वपूर्ण आर्यों की सभ्यता है। इस सभ्यता की जानकारी मुख्यतया वैदिक साहित्य से ही … Read more

हड़प्पा सभ्यता के नगर नियोजन का वर्णन कीजिये । 

हड़प्पा सभ्यता के नगर नियोजन का वर्णन कीजिये । 

प्रश्न- हड़प्पा सभ्यता के नगर नियोजन का वर्णन कीजिये ।  1920 ई. में दयाराम साहनी के नेतृत्व में हड़णा में तथा 1922 ई. में राखलदास बनर्जी के नेतृत्व में मोहनजोदड़ो में खुदाई का कार्य आरम्भ किया गया। 1923 ई. में भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से सर जान मार्शल के नेतृत्व में खुदाई का कार्य … Read more

error: Content is protected !!