वितरणात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए। 

वितरणात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए। 

प्रश्न – वितरणात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।  एक निष्पक्ष और न्यायपूर्ण समाज सभी के लिए समानता, निष्पक्षता और वस्तुओं, धन और सेवाओं के उचित वितरण की आवश्यकता को पूरा करता है ताकि समाज सुचारू रूप से चल सके। नैतिक दर्शन का वह क्षेत्र जो उचित वितरण को मानता … Read more

वैधता (औचित्यपूर्णता) से आप क्या समझते हैं? वैधता प्राप्ति के स्त्रोतों का वर्णन कीजिए। 

वैधता (औचित्यपूर्णता) से आप क्या समझते हैं? वैधता प्राप्ति के स्त्रोतों का वर्णन कीजिए। 

प्रश्न – वैधता (औचित्यपूर्णता) से आप क्या समझते हैं? वैधता प्राप्ति के स्त्रोतों का वर्णन कीजिए।  औचित्यपूर्णता राजनीतिक विश्लेषण की एक प्रमुख अवधारणा है। इसका स्वयं में अपना कोई मूल्य नहीं है, बल्कि यह संरचनाओं, कार्यो, निर्णयों, नीतियों आदि की औचित्यता सिद्ध करती है तथा उन्हें न्यायसंगत और नैतिक बनाती है। इसके अभाव में शक्ति … Read more

सत्ता से आप क्या समझते हैं ? इसके विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें। 

सत्ता से आप क्या समझते हैं ? इसके विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें। 

प्रश्न – सत्ता से आप क्या समझते हैं ? इसके विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें। सत्ता वह आचरण हैं, जिसके आधार पर कोई भी अपनी शक्ति का प्रयोग करता है। हम कह सकते हैं कि अधिकारों को कानूनी रूप प्रदान करने वाली वस्तु को ही सत्ता कहा जाता है। यह प्रभाव तथा शक्ति जैसी राजनीतिक … Read more

शक्ति की परिभाषा दें। इसके विभिन्न प्रकारों एवं स्रोत का वर्णन करें। 

शक्ति की परिभाषा दें। इसके विभिन्न प्रकारों एवं स्रोत का वर्णन करें। 

प्रश्न – शक्ति की परिभाषा दें। इसके विभिन्न प्रकारों एवं स्रोत का वर्णन करें।  कॉपलान के अनुसार, “शक्ति संगठित क्रिया द्वारा किसी आयोजन को पूरा करने की एक योग्यता है।  मैकाइवर के अनुसार, “शक्ति से हमारा तात्पर्य व्यक्तियों या व्यवहार को नियमित और विनियमित करने या निदेशित करने की क्षमता से है । ”  रॉबर्ट … Read more

शक्ति की परिभाषा दें तथा आधुनिक राजनीतिक विश्लेषण में इसके महत्व का विवेचना कीजिए ।

शक्ति की परिभाषा दें तथा आधुनिक राजनीतिक विश्लेषण में इसके महत्व का विवेचना कीजिए ।

प्रश्न – शक्ति की परिभाषा दें तथा आधुनिक राजनीतिक विश्लेषण में इसके महत्व का विवेचना कीजिए ।  कॉपलान के अनुसार, “शक्ति संगठित क्रिया द्वारा किसी आयोजन को पूरा करने की एक योग्यता है।  मैकाइवर के अनुसार, “शक्ति से हमारा तात्पर्य व्यक्तियों या व्यवहार को नियमित और विनियमित करने या निदेशित करने की क्षमता से है … Read more

कानूनी न्याय को प्राप्त करने के लिए कौन-कौन से साधन होते हैं? स्पष्ट करें।

कानूनी न्याय को प्राप्त करने के लिए कौन-कौन से साधन होते हैं? स्पष्ट करें।

प्रश्न – कानूनी न्याय को प्राप्त करने के लिए कौन-कौन से साधन होते हैं? स्पष्ट करें। यद्यपि राजनीतिक चिन्तन में न्याय की धारणा पर विविध दृष्टि से विचार किया जाता रहा है, लेकिन न्याय का तात्पर्य प्रमुख रूप से कानूनी न्याय से ही लिया जाता है। कानूनी रूप से न्याय की प्राप्ति व्यक्ति के लिए … Read more

न्याय स्वतन्त्रता तथा समानता में पारस्परिक सम्बन्ध स्थापित कीजिए । 

न्याय स्वतन्त्रता तथा समानता में पारस्परिक सम्बन्ध स्थापित कीजिए । 

प्रश्न – न्याय स्वतन्त्रता तथा समानता में पारस्परिक सम्बन्ध स्थापित कीजिए ।  स्वतंत्रता और समानता दोनों का लक्ष्य एक न्यायपूर्ण स्थिति को प्राप्त करना है और इस दृष्टि से स्वतंत्रता और समानता को न्याय का महत्त्वपूर्ण अंग समझा जाता है। वैसे तो, स्वतंत्रता और समानता एक-दूसरे के पूरक हैं, लेकिन किसी विशेष स्थिति में इन … Read more

न्याय के कानूनी, राजनीतिक एवं सामाजिक पहलू का वर्णन करें। 

न्याय के कानूनी, राजनीतिक एवं सामाजिक पहलू का वर्णन करें। 

प्रश्न – न्याय के कानूनी, राजनीतिक एवं सामाजिक पहलू का वर्णन करें।  न्याय एक ऐसी जटिल अवधारणा है जिसके कई पक्ष अथवा क्षेत्र हैं, जो आपस में घनिष्टत: सम्बंधित हैं। न्याय के मुख्य पहलू हैं-कानूनी, राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक पहलू। न्याय के इन पहलुओं में कानूनी पहलू अत्यंत महत्वपूर्ण है।  न्याय का कानूनी क्षेत्र अथवा … Read more

न्याय क्या है ? न्याय की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। 

न्याय क्या है ? न्याय की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।

प्रश्न – न्याय क्या है ? न्याय की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।  ‘‘न्याय सामाजिक जीवन की वह व्यवस्था है, जिसमें व्यक्ति के आचरण का समाज के कल्याण के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। ‘  व्यक्ति स्वभाव से स्वार्थी होता है। वह सदैव अपने हित को अग्रसर करना चाहता है। यदि उसका आचरण, समाज … Read more

असमानता के प्रभाव एवं इसे दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए। pdf Download

असमानता के प्रभाव एवं इसे दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए। 

प्रश्न – असमानता के प्रभाव एवं इसे दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए।  समाज में भिन्नता का होना स्वाभाविक है, लेकिन जब यह विभिन्नता भिन्नतापूर्ण व्यवहार और असमानता का कारण बनती है, जो यह समाज के हाशिए पर पड़े समूहों के लिए हानिकारक हो जाती है। हाशिए पर पड़े समूहों में वे लोग शामिल … Read more

error: Content is protected !!