जनपद की अवधारणा की व्याख्या करें |

प्रश्न : जनपद की अवधारणा की व्याख्या करें | उत्तर : प्राचीन भारत की राजनीतिक और प्रशासनिक व्यवस्था में “जनपद” एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता था। यह शब्द दो भागों से मिलकर बना है — “जन” और “पद”। “जन” का अर्थ है — लोग या समुदाय, और “पद” का अर्थ है — स्थान या क्षेत्र। … Read more

प्राचीन भारत में राजनिति एवं शासन व्यवस्था की विवेचना करें |

प्रश्न : प्राचीन भारत में राजनिति एवं शासन व्यवस्था की विवेचना करें | प्राचीन भारत की राजनीति और शासन व्यवस्था बहुत विकसित और संगठित थी। यहाँ शासन केवल बल या अधिकार पर नहीं, बल्कि धर्म, न्याय और जनकल्याण के सिद्धांतों पर आधारित था। भारतीय परंपरा में राज्य का उद्देश्य केवल शासन करना नहीं, बल्कि प्रजा … Read more

वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारण का वर्णन करें | अथवा वसुधैव कुटुम्बकम से आप क्या समझते है ? इसके स्वरूप एवं सिद्धांत का वर्णन करे ?

प्रश्न : वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारण का वर्णन करें | अथवा वसुधैव कुटुम्बकम से आप क्या समझते है ? इसके स्वरूप एवं सिद्धांत का वर्णन करे ? उत्तर : भारतीय संस्कृति की सबसे महान और सुंदर सोचों में से एक है — “वसुधैव कुटुम्बकम”। यह एक संस्कृत वाक्य है, जो दो शब्दों से बना है … Read more

प्राचीन भारत में ग्राम स्वराज ( ग्राम प्रशासन ) का वर्णन करें |

प्राचीन भारत में ग्राम स्वराज ( ग्राम प्रशासन ) का वर्णन करें |

प्रश्न : प्राचीन भारत में ग्राम स्वराज ( ग्राम प्रशासन ) का वर्णन करें | उत्तर : प्राचीन भारत की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था का सबसे महत्वपूर्ण आधार ग्राम था। भारत को कृषि प्रधान देश कहा गया है, और उसकी आत्मा ग्रामों में बसती थी। ग्राम न केवल जीवन का केंद्र था बल्कि प्रशासनिक … Read more

तबला के विभिन्न अंगो का संक्षिप्त वर्णन करें | BA Notes Pdf

प्रश्न- तबला के विभिन्न अंगो का संक्षिप्त वर्णन करें | उत्तर- तबला भारतीय शास्त्रीय संगीत का अत्यंत लोकप्रिय और महत्वपूर्ण ताल वाद्ययंत्र है, जो दो अलग-अलग ड्रमों—दयां (छोटा तबला) और बायां (बड़ा ढोलकनुमा यंत्र)—से मिलकर बनता है। दोनों मिलकर ताल की जटिलताओं को स्पष्ट, मधुर और प्रभावशाली रूप में प्रस्तुत करते हैं। तबले को सही … Read more

वाद्ययंत्र तबला का वर्णन करें | BA Notes Pdf

प्रश्न- वाद्ययंत्र तबला का वर्णन करें | उत्तर- तबला भारतीय शास्त्रीय संगीत का एक अत्यंत लोकप्रिय, आकर्षक और महत्वपूर्ण तालवाद्य यंत्र है। यह उत्तर भारतीय संगीत परंपरा का प्रमुख वाद्य है जिसका प्रयोग शास्त्रीय गायन, वादन, नृत्य, भजन, लोकसंगीत और फिल्म संगीत तक में किया जाता है। तबला दो भागों से मिलकर बना होता है—दाएँ … Read more

हारमोनियम का सचित्र वर्णन करते हुए उसके वादन शैली को विस्तारपूर्वक समझाए तथा हारमोनियम के गुण और दोषों का वर्णन करें | BA Notes Pdf

प्रश्न- हारमोनियम का सचित्र वर्णन करते हुए उसके वादन शैली को विस्तारपूर्वक समझाए तथा हारमोनियम के गुण और दोषों का वर्णन करें | उत्तर- 1. हारमोनियम का संरचनात्मक / सचित्र वर्णन 2. हारमोनियम की वादन शैली 3. हारमोनियम के गुण (फायदे) 4. हारमोनियम के दोष (कमियाँ) निष्कर्ष:- हारमोनियम भारतीय संगीत का अत्यंत लोकप्रिय, सरल और … Read more

संगीतज्ञ त्यागराज की जीवनी लिखें | BA Notes Pdf

प्रश्न- संगीतज्ञ त्यागराज की जीवनी लिखें | उत्तर- संगीतज्ञ त्यागराज दक्षिण भारतीय कर्नाटक संगीत परंपरा के सबसे महान और पूजनीय संगीतकारों में से एक माने जाते हैं। उनका पूरा नाम कवीत्यागराज था, और उनका जन्म 1767 में तमिलनाडु के तंजावुर जिले के तिरुवयरु नामक स्थान पर हुआ। उनके पिता रामब्रह्म एक विद्वान, वेद–अध्येता और संगीत–रुचि … Read more

पंडित विष्णु दिगंबर पल्लुस्कर की संगीत के प्रति देन का उल्लेख करें ? BA Notes Pdf

प्रश्न- पंडित विष्णु दिगंबर पल्लुस्कर की संगीत के प्रति देन का उल्लेख करें ? उत्तर- पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर भारतीय शास्त्रीय संगीत के उन महान सुधारकों में गिने जाते हैं जिन्होंने न सिर्फ संगीत को जन–जन तक पहुँचाया, बल्कि उसे सम्मान, प्रतिष्ठा और सामाजिक मान्यता भी दिलाई। वे एक विशिष्ट गायक, संगीत–शिक्षक और समाज–सुधारक थे। … Read more

पंडित विष्णु नारायण भातखंडे की संगीत के प्रति देन का उल्लेख करें ? BA Notes Pdf

प्रश्न- पंडित विष्णु नारायण भातखंडे की संगीत के प्रति देन का उल्लेख करें ? उत्तर- पंडित विष्णु नारायण भातखंडे भारतीय शास्त्रीय संगीत के उन महान विद्वानों में से एक हैं जिन्होंने संगीत को एक नई दिशा, वैज्ञानिक आधार और व्यवस्थित रूप प्रदान किया। उन्हें आधुनिक हिंदुस्तानी संगीत–शास्त्र का जनक माना जाता है। भातखंडे जी का … Read more