BA 1st Semester Indian Ancient History MJC Unit 5 Short Question Answer PDF Download

BA 1st Semester Indian Ancient History MJC Unit 5 Short Question Answer PDF Download Q.49. पश्चिमी क्षत्रप (Western Kshatrapas ) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।  Ans. पश्चिमी क्षत्रप अनेक स्थानों के क्षत्रपों से प्रसिद्ध थे। इस वंश के दो प्रसिद्ध शासक भूमक और महपान थे । वे अपने को क्षहरात क्षत्रप कहते थे । भूमक के … Read more

BA 1st Semester Indian Ancient History MJC Unit 4 Short Question Answer PDF Download

BA 1st Semester Indian Ancient History MJC Unit 4 Short Question Answer PDF Download Q.44. शुंग कौन थे ?  Ans. मौर्य साम्राज्य की कब्र पर शीघ्र ही शुंग वंश की स्थापना हो गई। मौर्य साम्राज्य का अंतिम सम्राट वृहद्रथ था। वह अपनी विलासिता के लिए प्रसिद्ध था और अकर्मण्यता उसकी चारित्रिक विशेषता थी । उसके … Read more

BA 1st Semester Indian Ancient History MJC Unit 3 Short Question Answer PDF Download

BA 1st Semester Indian Ancient History MJC Unit 3 Short Question Answer PDF Download Q.32. मौर्य कला की क्या विशेषता थी ?  Ans. मौर्यो के दीर्घकालीन शासन काल में भारत में जिस सुख शांति का वातावरण बना उसके परिणामस्वरूप कला का विकास हुआ। इस समय कला के रूप तथा विषयों को बहुमुखी प्रतिभा प्राप्त हुई … Read more

BA 1st Semester Indian Ancient History MJC Unit 1 Short Question Answer PDF Download

BA 1st Semester Indian Ancient History MJC Unit 1 Short Question Answer PDF Download Q.1. प्राचीन भारतीय इतिहास को जानने के स्रोतों का वर्णन करें।  Ans. प्राचीन भारतीय इतिहास के विविध स्रोत हैं। यद्यपि प्राचीन भारतीयों में इतिहास – लेखन की वैसी श्रृंखलाबद्ध परम्परा नहीं थी, जैसा हम प्राचीन यूनान या रोम में पाते हैं, … Read more

भारत में कुषाण शासकों के सांस्कृतिक योगदानों की समीक्षा कीजिए ।PDF DOWNLOAD

भारत में कुषाण शासकों के सांस्कृतिक योगदानों की समीक्षा कीजिए । 

प्रश्न- भारत में कुषाण शासकों के सांस्कृतिक योगदानों की समीक्षा कीजिए ।  भारत के प्राचीन इतिहास में कुषाण वंश का काल एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस युग में भारतीय सभ्यता-संस्कृति की निम्नलिखित उपलब्धियाँ हुई—  साहित्य का उत्कर्ष : इस काल में साहित्य की पर्याप्त उन्नति हुई । कनिष्क के शासन- काल में वसुमित्र पार्श्व, … Read more

कुषाण कौन थे ? एक विजेता के रूप में कनिष्क की उपलब्धियों का मूल्यांकन करें।PDF DOWNLOAD

कुषाण कौन थे ? एक विजेता के रूप में कनिष्क की उपलब्धियों का मूल्यांकन करें।

प्रश्न- कुषाण कौन थे ? एक विजेता के रूप में कनिष्क की उपलब्धियों का मूल्यांकन करें। चीनी इतिहासकारों के अनुसार कुषाण लोग यू-ची जाति की शाखा के थे। यू-ची लोग उत्तर-पश्चिमी चीन के कानसू नामक प्रांत में रहते थे। 175-165 ई० पूर्व के लगभग हियुंग – नू (हूण) नामक जाति ने यू-ची जाति को पराजित … Read more

पल्लव कौन थे ? पल्लव शासन पद्धति का वर्णन करते हुए कला, धर्म एवं साहित्य के विकास का वर्णन करें ।PDF DOWNLOAD

पल्लव कौन थे ? पल्लव शासन पद्धति का वर्णन करते हुए कला, धर्म एवं साहित्य के विकास का वर्णन करें ।

प्रश्न- पल्लव कौन थे ? पल्लव शासन पद्धति का वर्णन करते हुए कला, धर्म एवं साहित्य के विकास का वर्णन करें । पल्लव कौन थे : पल्लव कौन थे और उनका मूल क्या था, इस संबंध में इतिहासज्ञों में मत – भिन्नता है। डॉ० वी० स्मिथ उसको पार्थियन कहते हैं । वेनकटया महोदय ने स्मिथ … Read more

शकों की उत्पत्ति एवं भारतीय इतिहास में उनके योगदान का वर्णन कीजिए।PDF DOWNLOAD

शकों की उत्पत्ति एवं भारतीय इतिहास में उनके योगदान का वर्णन कीजिए।

प्रश्न- शकों की उत्पत्ति एवं भारतीय इतिहास में उनके योगदान का वर्णन कीजिए। शक लोग घूमक्कड़ जाति के थे जो मध्य एशिया में निवास करते थे। ई. पू. द्वितीय शताब्दी के उत्तरार्द्ध में चीन की एक शक्तिशाली जाति यू-ची द्वारा वहाँ से भगा दिये गये। वहाँ से इन लोगों ने यवनों और पार्थियनों के राज्य … Read more

भारतीय यवनों का संक्षिप्त इतिहास दीजिए। भारतीय इतिहास को उन्होंने किस प्रकार प्रभावित किया ?PDF DOWNLOAD

भारतीय यवनों का संक्षिप्त इतिहास दीजिए। भारतीय इतिहास को उन्होंने किस प्रकार प्रभावित किया ?PDF DOWNLOAD

प्रश्न- भारतीय यवनों का संक्षिप्त इतिहास दीजिए। भारतीय इतिहास को उन्होंने किस प्रकार प्रभावित किया ?  उत्तर मौर्य काल में भारत की राजनैतिक स्थिति फिर डावाडोल होने लगी। भारत में विदेशियों का आक्रमण फिर शुरू हो गया। प्रारम्भ में यवनों का आक्रमण हुआ। इसके बाद शकों, पार्थियनों और कुषाणों ने भारत में प्रवेश किया। वस्तुतः … Read more

चेदि वंशीय कलिंग के राजा खारवेल की उपलब्धियों का मूल्यांकन कीजिए।PDF DOWNLOAD

चेदि वंशीय कलिंग के राजा खारवेल की उपलब्धियों का मूल्यांकन कीजिए।

प्रश्न- चेदि वंशीय कलिंग के राजा खारवेल की उपलब्धियों का मूल्यांकन कीजिए। अशोक के मरने के बाद आन्ध्र देश की तरह ही कलिंग भी एक स्वतंत्र राज्य हो गया था इसका पुराना राजवंश तो बहुत पहले ही समाप्त हो गया था। इसके बाद वहाँ पुरा चेत अथवा चेदि नामक ब्राह्मण वंश का राज्य कायम हुआ। … Read more

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