चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के जीवन चरित्र एवं उपलब्धियों का वर्णन करें। PDF DOWNLOAD

चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के जीवन चरित्र एवं उपलब्धियों का वर्णन करें।

प्रश्न- चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के जीवन चरित्र एवं उपलब्धियों का वर्णन करें। जन्म तथा प्रारम्भिक जीवन : चन्द्रगुप्त द्वितीय समद्रगुप्त का पुत्र था। उसकी माता का नाम दत्तदेवी था। वह बड़ा ही पराक्रमी तथा शूरवीर और गंभीर व्यक्ति था । उसका बड़ा भाई रामगुप्त कायर था। इसलिए चन्द्रगुप्त द्वितीय ने रामगुप्त का कत्ल कर उसकी पत्नी … Read more

समुद्रगुप्त की सैनिक उपलब्धियों का वर्णन करें। समुद्रगुप्त को भारतीय नेपोलियन क्यों कहा जाता है? PDF DOWNLOAD

समुद्रगुप्त की सैनिक उपलब्धियों का वर्णन करें। समुद्रगुप्त को भारतीय नेपोलियन क्यों कहा जाता है?

प्रश्न- समुद्रगुप्त की सैनिक उपलब्धियों का वर्णन करें। समुद्रगुप्त को भारतीय नेपोलियन क्यों कहा जाता है? अपने पिता चन्द्रगुप्त प्रथम की मृत्यु के पश्चात् 335 ई० में वह राज सिंहासन पर बैठा। वह भारतीय इतिहास के रंगमंच पर महत्वाकांक्षी तथा विशिष्ट गुणों से सम्पन्न एक महान् पराक्रमी सम्राट था। उसने भारत को एक सर्वोच्च शक्ति … Read more

गुप्त वंश की जानकारी के विभिन्न स्त्रोतों का वर्णन कीजिए। PDF DOWNLOAD

गुप्त वंश की जानकारी के विभिन्न स्त्रोतों का वर्णन कीजिए।

प्रश्न- गुप्त वंश की जानकारी के विभिन्न स्त्रोतों का वर्णन कीजिए।  गुप्त वंश की जानकारी के विभिन्न स्त्रोत  (Different sources of Information of Gupta Dynasty)  साहित्यिक और पुरातात्त्विक, इन दोनों ही साक्ष्यों से गुप्त वंश के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।  1. साहित्यिक साक्ष्य : साहित्यिक साक्ष्यों में पुराण अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। पुराणों में … Read more

संगम साहित्य पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें। PDF DOWNLOAD

संगम साहित्य पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।

प्रश्न- संगम साहित्य पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।  संगम साहित्य (Sangam Literature) : तीसरी चौथी ई० में तमिल साहित्य का संकलन किया गया । इसी को संगम साहित्य के नाम से जाना जाता है। इस साहित्य का संकलन राजाओं के संरक्षण में कवियों द्वारा सभाओं में किया गया। इन सभाओं को संगम कहते थे। इसलिए इस … Read more

संगमयुगीन साहित्य, समाज एवं संस्कृति की विवेचना कीजिए। PDF DOWNLOAD

संगमयुगीन साहित्य, समाज एवं संस्कृति की विवेचना कीजिए।

प्रश्न- संगमयुगीन साहित्य, समाज एवं संस्कृति की विवेचना कीजिए ।  भारतीय इतिहास का वह काल, जब दक्षिण भारत तीन राजवंशों – चेर, चोल और पाण्ड्य के शासकों द्वारा शासित होता रहा, उसे ‘संगम युग’ के नाम से पुकारा जाता है। संगम साहित्य से प्राचीन दक्षिण भारत की सभ्यता और संस्कृति की जानकारी मिलती है।  संगम … Read more

सातवाहनों की राजनीतिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों की विवेचना करें। PDF DOWNLOAD

सातवाहनों की राजनीतिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों की विवेचना करें।

प्रश्न -सातवाहनों की राजनीतिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों की विवेचना करें। सातवाहन कौन थे और किस जाति के थे ? इतिहासकारों में इस विषय पर काफी मतभेद हैं। पुराणों में सातवाहनों को आन्ध्र जाति का कहा गया है। इसीलिए सातवाहन वंश को आन्ध्र वंश भी कहा गया है। आन्ध्र एक जाति का नाम था, जो गोदावरी … Read more

पुष्यमित्र शुंग के जीवन चरित्र तथा उपलब्धियों का वर्णन करें। PDF DOWNLOAD

पुष्यमित्र शुंग के जीवन चरित्र तथा उपलब्धियों का वर्णन करें।

प्रश्न- पुष्यमित्र शुंग के जीवन चरित्र तथा उपलब्धियों का वर्णन करें। शुंग कौन थे – मौर्य साम्राज्य की कब्र पर शीघ्र ही शुंग वंश की स्थापना हो गई। मौर्य साम्राज्य का अंतिम सम्राट बृहद्रथ था। वह अपनी विलासिता के लिए प्रसिद्ध था और अकर्मण्यता उसकी चारित्रिक विशेषता थी। उसके इन दुर्गणों से लाभ उठा कर … Read more

कुषाण कौन थे ? प्राचीन भारतीय इतिहास में कुषाण शासकों के महत्व का मूल्यांकन कीजिए। PDF DOWNLOAD

कुषाण कौन थे ? प्राचीन भारतीय इतिहास में कुषाण शासकों के महत्व का मूल्यांकन कीजिए।

प्रश्न- कुषाण कौन थे ? प्राचीन भारतीय इतिहास में कुषाण शासकों के महत्व का मूल्यांकन कीजिए। चीनी इंतिहासकारों के अनुसार कुषाण लोग यू-ची जाति की शाखा के थे। यू- ची लोग उत्तर-पश्चिमी चीन के कानसू नामक प्रान्त में रहते थे। 175-165 ई. पूर्व के लगभग हियुंग-नू (हूण) नामक जाति ने यू-ची जाति को पराजित करके … Read more

शकों की उत्पत्ति, उत्थान एवं उनके योगदान का वर्णन कीजिए।

शकों की उत्पत्ति, उत्थान एवं उनके योगदान का वर्णन कीजिए।

प्रश्न- शकों की उत्पत्ति, उत्थान एवं उनके योगदान का वर्णन कीजिए। शक (Sakas) : शक लोग घुमक्कड़ जाति के लोग थे जो मध्य एशिया में निवास करते थे। ई० पू० द्वितीय शताब्दी के उत्तरार्द्ध में चीन की एक शक्तिशाली जाति यू- ची द्वारा वहाँ से भगा दिये गये। वहाँ से इन लोगों ने यवनों और … Read more

भारतीय यवन कौन थे ? उनका संक्षिप्त इतिहास बताइए तथा भारत पर उनके प्रभाव का वर्णन कीजिए ।

भारतीय यवन कौन थे ? उनका संक्षिप्त इतिहास बताइए तथा भारत पर उनके प्रभाव का वर्णन कीजिए ।

प्रश्न- भारतीय यवन कौन थे ? उनका संक्षिप्त इतिहास बताइए तथा भारत पर उनके प्रभाव का वर्णन कीजिए । भारतीय यवन (Indo-Greeks ) : सिकन्दर ने यूनान लौटते समय अपना सम्पूर्ण साम्राज्य अपने सेनापतियों में विभाजित कर दिया था। इन्होंने विभिन्न भागों में अपने साम्राज्य स्थापित किये। इन्हीं में से बैक्ट्रिया के यूनानी इण्डो-ग्रीक या … Read more

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