प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें।PDF DOWNLOAD 

प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें।

प्रश्न- प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के विभिन्न स्रोतों का वर्णन करें। प्राचीन भारतीय इतिहास के विविध स्रोत हैं। यद्यपि प्राचीन भारतीयों में इतिहास- लेखन की वैसी श्रृंखलाबद्ध परम्परा नहीं थी, जैसा हम प्राचीन यूनान या रोम में पाते हैं, तथापि प्राचीन भारत में विभिन्न विषयों से सम्बद्ध अनेक ऐसे ग्रंथ की रचना हुई, … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 4 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 4 Short Question Answer PDF Download Q.24. कनिष्क के उपलब्धियाँ  Ans. कनिष्क कुषाण वंश का सबसे महानतम् शासक था, जो 78 ई. में सम्राट बना एवं 101 ई. तक शासन किया। कनिष्क के सम्राट बनने की तिथि से ही उपलब्धियों का दौर शुरू हो जाता है। शक् संवत … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 5 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 5 Short Question Answer PDF Download Q.34. गुप्त काल की धार्मिक दशा का  Ans. गुप्त काल के सभी सम्राट हिन्दू धर्म के अनुयायी थे, परन्तु वे अन्य धर्मो भी आदर करते थे। इस काल में जैन धर्म और बौद्ध धर्म का प्रभाव कम हो गया था। इसके विपरीत … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 3 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 3 Short Question Answer PDF Download Q.13. चन्द्रगुप्त के मौर्य का जीवन वृतांत Ans. चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रारम्भिक जीवन की जानकारी हेतु हमें बौद्ध स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ता है। चन्द्रगुप्त मौर्य साधारण कुल में उत्पन्न हुआ था फिर भी बचपन से ही उसमें उज्जवल भविष्य के सभी … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 2 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 2 Short Question Answer PDF Download Q.8. वैदिककालीन आर्थिक जीवन  Ans. वैदिक काल में आर्यों की संस्कृति ग्रामीण और कबीलाई थी। पशुपालन प्राथमिक पेशा था और कृषि द्वितीयक व्यवसाय था। इस काल में ‘गाय’ को पवित्र पशु माना जाता था और यह विनिमय के साधन के रूप में … Read more

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 1 Short Question Answer PDF Download

BA 3rd Semester History Major 3 Unit 1 Short Question Answer PDF Download Q.1. पूर्व ऐतिहासिक युग या पाषाणकालीन संस्कृति का संक्षिप्त परिचय  Ans. इतिहास के पूर्व ऐतिहासिक गुम से तात्पर्य उस काल से है, जिसके सम्बन्ध में कोई लिखित सामण नहीं मिलता है।  भारत में पाषाणकालीन संस्कृति का अन्वेषण सर्वप्रथम सन् 1863 में प्रारम्भ … Read more

10वीं शताब्दी तक चोलों के इतिहास का संक्षिप्त वर्णन करें। PDF DOWNLOAD

प्रश्न-  10वीं शताब्दी तक चोलों के इतिहास का संक्षिप्त वर्णन करें।

प्रश्न- 10वीं शताब्दी तक चोलों के इतिहास का संक्षिप्त वर्णन करें।  दक्षिण भारत के राजवंशों में चोल वंश बहुत अधिक प्रसिद्ध है। उत्पत्ति एवं करिकाल पीछे देखें।  (1) नेदुयुदिकिल्ली (Neduyudikilli) : यह करिकाल का पुत्र था । इसका काल चोल वंश के लिए पतन काल था । करिकाल ने पाण्डयों और चेरों को दबाकर रखा … Read more

संगम साहित्य में वर्णित राज्यों का संक्षिप्त परिचय दीजिए। PDF DOWNLOAD

संगम साहित्य में वर्णित राज्यों का संक्षिप्त परिचय दीजिए।

प्रश्न- संगम साहित्य में वर्णित राज्यों का संक्षिप्त परिचय दीजिए। दक्षिण भारतीय प्रायद्वीप के राज्य (Kingdom of South Indian Peninsula) : संगम साहित्य से तीन राज्यों चोल, चेर और पाण्ड्य के विषय में जानकारी मिलती है। ये सभी राज्य कृष्ण नदी के दक्षिण में स्थित थे। संगम कवियों ने इन राज्यों का सम्बन्ध महाभारत के … Read more

गुप्तकाल की प्रशासनिक व्यवस्था का वर्णन कीजिए। PDF DOWNLOAD

प्रश्न- गुप्तकाल की प्रशासनिक व्यवस्था का वर्णन कीजिए। 

प्रश्न- गुप्तकाल की प्रशासनिक व्यवस्था का वर्णन कीजिए। गुप्त शासकों की शासन प्रणाली अत्यन्त उच्च कोटि की थी। उन्होंने एक सुदृढ़ एवं सुव्यवस्थित शासन प्रणाली की स्थापना की थी। गुप्तकाल में राजतंत्र तथा गणतंत्र दोनों प्रचलित थे | गणतंत्र अपने आन्तरिक मामलों में काफी हद तक स्वतंत्र थे परन्तु उन्हें गुप्त सम्राटों को अपना अधिस्वामी … Read more

गुप्तकाल को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग क्यों कहा जाता है ? PDF DOWNLOAD

गुप्तकाल को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग क्यों कहा जाता है ? 

प्रश्न- गुप्तकाल को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग क्यों कहा जाता है ? गुप्त राजवंश का शासनकाल भारतीय इतिहास में स्वर्णयुग के नाम से पुकारा जाता है। इस युग में सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक क्षेत्रों में अत्यधिक उन्नति हुई। गुप्तकाल में देश में सुख-शान्ति व समृद्धि बढ़ी तथा साहित्य, कला, विज्ञान आदि सभी क्षेत्रों … Read more

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