चावल की खेती के अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियों की विवेचना कीजिये तथा विश्व के प्रमुख चावल उत्पादक क्षेत्रों का वर्णन कीजिये। PDF Download

चावल मुख्यत: आर्द्र उपोष्ण एवं उष्ण कटिबन्धीय जलवायु का पौधा है। विश्व की आधी जनसंख्या का यह मुख्य भोजन है। इसमें मांड (Starch) एवं कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। एशिया में इसकी खेती हजारों वर्षों से होती चली आ रही है। यह एशियाई संस्कृति का प्रतीक बन गया है। 

चावल की खेती हेतु अनुकूल भौगोलिक दशाएँ : चावल के उप्णार्द्र जलवायु का पौधा होने के कारण इसके लिए उच्च तापमान और उच्च आर्द्रता की आवश्यकता होती है। चावल विश्व में वर्ष भर कहीं न कहीं बोया और काटा जाता है। चावल की खेती के लिए 20° से 25° से० ग्रे० तापमान और 100 से 160 सेमी० वार्षिक वर्षा आवश्यक होती है। वर्षा की कमी को सिंचाई के द्वारा पूरा किया जाता है। चावल को बोने से लेकर कटाई तक जमीन में नमी आवश्यक होती है। इसकी कृषि के लिए समतल धरातल तथा दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है । चींका प्रधान दोमट मिट्टी में पौधे अधिक स्वस्थ होते हैं। चावल की खेती में मानव तत्त्वों का भी अधिक योगदान रहता हैं। इसमें पर्याप्त मानवीय श्रम की आवश्यकता पड़ती है। चावल की बुआई, निराई, कटाई, दवनी आदि में श्रम चाहिए तथा खाद, उर्वरक एवं कीटनाशक दवाओं के साथ-साथ प्राविधिक कुशलता की भी जरूरत पड़ती है। विकसित देशों में चावल की खेती में मशीनों का प्रयोग अधिक होता है। चावल की खेती दो प्रकार से होती है— (1) रोपुआ विधि (2) छिटुआ विधि | 

विश्व में चावल का उत्पादन एवं वितरण : विश्व में चावल के उत्पादन का 92% एशिया महाद्वीप में उत्पन्न किया जाता है। एशिया में भी चीन, भारत और बांग्लादेश मिलकर 62% चावल का उत्पादन करते हैं। एशिया महाद्वीप के अतिरिक्त 3% दक्षिण अमेरिका, 2 प्रतिशत उ० अमेरिका, 2 प्रतिशत अफ्रीका तथा शेष अन्य महाद्वीपों में उत्पन्न किया जाता है। प्रमुख चावल उत्पादक देश चीन, भारत, इण्डोनेशिया, बांग्लादेश, थाईलैंड, जापान, वर्मा, वियतनाम, उ० कोरिया, पाकिस्तान, फिलीपीन्स, नेपाल, श्रीलंका, कम्बोडिया तथा मलेशिया हैं। 

(1) चीन : चीन विश्व का सबसे बड़ा चावल उत्पादक देश है। यह विश्व का 1/3 भाग से अधिक चावल उत्पन्न करता है। यहाँ चावल की कृषि विस्तृत क्षेत्र पर की जाती है। द० चीन चावल का प्रमुख क्षेत्र है। डेल्टाई मैदान, नदी घाटियों तथा द० तटवर्ती प्रदेशों में 80 प्रतिशत चावल उत्पन्न किया जाता है। चीन में चावल के प्रमुख क्षेत्र निम्नांकित हैं- 

(i) जेचवान बेसिन (ii) ह्वांगहो का निचला मैदान (iii) यांग्टीसीक्यांग नदी की घाटी तथा डेल्टाई भाग (iv) द० समुद्रीतटीय मैदान । 

(2) भारत : भारत विश्व का दूसरा बड़ा चावल उत्पादक देश है, जो विश्व का लगभग 20 प्रतिशत चावल उत्पादन करता है। भारत में चावल का प्रति हेक्टेयर उत्पादन कम है। भारत में चावल की खेती मुख्य रूप से गंगा के मैदान, ब्रह्मपुत्र घाटी तथा समुद्र तटवर्ती भागों में की जाती है । उत्पादन की दृष्टि से प० बंगाल, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उ०पू० उड़ीसा, म०प० असम, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, केर आदि प्रमुख राज्य हैं। भारत में चावल खरीफ की मुख्य फसल है। 1986 में यहाँ 910 लाख मी० टन चावल का उत्पादन किया गया था। 

(3) इण्डोनेशिया : यहाँ विश्व का लगभग 5 प्रतिशत चावल उत्पन्न किया जाता है। प्रति हेक्टेयर चावल का उत्पादन कम है। यहाँ चावल की कृषि निम्नांकित क्षेत्रों में की जाती है। (i) जावा का उ० तटीय मैदान एवं द० तटवर्ती मैदान, (ii) सुमात्रा का उ० पूर्वी एवं उ०प० तटीय क्षेत्र, (iii) जावा का द० प० तटीय क्षेत्र, (iv) बेर्निया का प० तट एवं (v) सेलीबीज का तटीय क्षेत्र | 

(4) बांगला देश : यह विश्व का 5 प्रतिशत चावल उत्पन्न करता है। यहाँ का मुख्य भोजन चावल है। आधी से अधिक भूमि पर चावल की खेती की जाती है तथा धान की तीन फ़सलें प्राप्त की जाती हैं। गंगा और ब्रह्मपुत्र का डेल्टाई भाग प्रमुख चावल उत्पादक क्षेत्र है। धान की खेती के साथ मछली पालन भी होता है। यह चावल का निर्यात करता है। 

(5) थाईलैण्ड : यह विश्व का 4 प्रतिशत चावल उत्पन्न करता है, यहाँ के 90 प्रतिशत कृषिगत भूमि पर चावल की खेती की जाती है। चावल यहाँ का मुख्य भोजन है। मीनम नदी की घाटी तथा डेल्टाई भाग एवं चायोफ्रामा की घाटी प्रमुख चावल उत्पादक क्षेत्र हैं। यह चावल का निर्यात करता है। 

(6) जापान : यहाँ चावल का प्रति हेक्टेयर उत्पादन विश्व में सबसे अधिक ( 6240 किलोग्रा० ) है । जापान का तटीय क्षेत्र एवं पर्वतों के ढालों पर चावल उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र हैं। जापानी पद्धति से धान की खेती विश्वप्रसिद्ध है। हांशू द्वीप पर चावल की खेती अधिक की जाती है। 

(7) वर्मा : यहाँ विश्व उत्पादन का लगभग 3 प्रतिशत चावल उत्पन्न किया जाता है । कुल कृषिगत भूमि के 70 प्रतिशत भाग पर चावल की खेती की जाती है। इरावती नदी की घाटी में देश का आधा चावल उत्पन्न किया जाता है। इसके अतिरिक्त सालविन नदी की निचली घाटी, अक्याब क्षेत्र, मध्य सिताग घाटी तथा चिदविन घाटी में भी चावल का निर्यात किया जाता है। 

(8) वियतनाम : यहाँ का सबसे महत्त्वपूर्ण चावल उत्पादक क्षेत्र रेडनदी का डेल्टाई भाग है। दूसरे क्षेत्र की कांग नदी का डेल्टाई भाग है। कुल कृषिगत भूमि के 80 प्रतिशत भाग पर चावल की खेती होती है। 

(9) ब्राजील : यहाँ उष्णार्द्र तटवर्ती मैदानी भाग में चावल की खेती की जाती है। यहाँ चावल की खेती का विस्तार चीनी और जापानी अप्रवासियों ने किया। आयोजन नदी के डेल्टाई भाग में भी चावल की खेती की जाती है। यहाँ से चावल का निर्यात होता है। 

(10) सं० रा० अमेरिका : यहाँ विश्व का लगभग 2 प्रतिशत चावल उत्पन्न किया जाता है। चावल उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र खाड़ी तटीय क्षेत्र, टेनेसी का डेल्टाई भाग और अरकसाम का मैदानी क्षेत्र है। अब कैलिफोर्निया में भी चावल की खेती होने लगी है। । 

(11) फिलीपीन्स : यहाँ जापानी ढंग से चावल की खेती की जाती है। यहाँ का मुख्य भोजन चावल है। लूजो का मध्यवर्ती मैदान देश का 40 प्रतिशत चावल उत्पन्न करता है। 

एशिया के अन्य देश : उपरोक्त देशों के अलावा कोरिया, पाकिस्तान, मलेशिया, श्रीलंका, नेपाल, कम्बोडिया, ताइवान आदि देशों में चावल की खेती की जाती है। पाकिस्तान में सिन्धु नदी के डेल्टाई भाग में चावल की खेती की जाती है। यहाँ 50 लाख मी० टन प्रति वर्ष चावल उत्पन्न होता है। 

अफ्रीका : मिस्र के डेल्टाई भाग, नाइजीरिया, मलगासी आदि में चावल की खेती की जाती है। 

सारणी : विश्व के प्रमुख देशों में चावल की प्रति हेक्टेयर उपज (क्विंटल में

देश उपज
आस्ट्रेलिया 
मिस्र 
यूक्रेन 
फ्रांस 
संयुक्त राज्य अमेरिका
द०कोरिया 
जापान 
रूग्वे 
चीन 
पुर्तगाल 
इटली 
इण्डोनेशिया 
भारत 
विश्व – औसत 
95 
87 
78 
77 
72 
69 
66
67 
63 
62 
55 
42 
29 
39 

दक्षिणी अमेरिका : गायना, प० द्वीप समूह में चावल की खेती की जाती है। इसके अलावा मैक्सिको तथा मध्य अमेरिकी देशों में भी चावल उत्पन्न किया जाता है। 

अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार : चावल के प्रमुख उत्पादक देश अधिक जनसंख्यावाले हैं। अत:, इसका व्यापार गेहूँ की तुलना में कम है। प्रमुख निर्यातकों में वर्मा, थाईलैण्ड, वियतनाम, कम्बोडिया,’ ब्राजील, मिस्र आदि हैं। आयातकों में जापान, मलेशिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, नेपाल और बांग्लादेश प्रमुख हैं। 



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