‘सकारात्मक कार्रवाई’ से आपका क्या तात्पर्य है ? भारत में सकारात्मक कार्रवाई पर आधारित व्यवस्था की चर्चा कीजिए ।

'सकारात्मक कार्रवाई' से आपका क्या तात्पर्य है ? भारत में सकारात्मक कार्रवाई पर आधारित व्यवस्था की चर्चा कीजिए ।

प्रश्न – ‘सकारात्मक कार्रवाई’ से आपका क्या तात्पर्य है ? भारत में सकारात्मक कार्रवाई पर आधारित व्यवस्था की चर्चा कीजिए । सकारात्मक कार्रवाई वंचित समुदायों के सशक्तिकरण के लिए एक रणनीति है । यह समुदाय वर्तमान में पीड़ित और ऐतिहासिक रूप से एक संस्कृति के अंदर भेदभाव से ग्रस्त रहे हैं। प्रायः यह समुदाय उत्पीड़न … Read more

सविनय अवज्ञा क्या है ? लोकतांत्रिक समाजों में सविनय अवज्ञा की भूमिका का विश्लेषण करें। 

सविनय अवज्ञा क्या है ? लोकतांत्रिक समाजों में सविनय अवज्ञा की भूमिका का विश्लेषण करें। 

प्रश्न – सविनय अवज्ञा क्या है ? लोकतांत्रिक समाजों में सविनय अवज्ञा की भूमिका का विश्लेषण करें।  सविनय अवज्ञा का अर्थ है सरकारी कानूनों, नीतियों या आदेशों का शांतिपूर्ण और सार्वजनिक रूप से विरोध करना। इसका उद्देश्य ध्यान आकर्षित करना और उन नीतियों में बदलाव लाना है जो अनैतिक या अनुचित मानी जाती हैं। यह … Read more

हेनरी डेविड थोरो द्वारा प्रतिपादित सविनय अवज्ञा की अवधारणा की व्याख्या करें। यह विरोध के अन्य रूपों से किस प्रकार भिन्न है ? 

हेनरी डेविड थोरो द्वारा प्रतिपादित सविनय अवज्ञा की अवधारणा की व्याख्या करें। यह विरोध के अन्य रूपों से किस प्रकार भिन्न है ? 

प्रश्न – हेनरी डेविड थोरो द्वारा प्रतिपादित सविनय अवज्ञा की अवधारणा की व्याख्या करें। यह विरोध के अन्य रूपों से किस प्रकार भिन्न है ?  अन्य प्रकार के विरोध से भिन्नता : सविनय अवज्ञा और अन्य प्रकार के विरोध में कई महत्वपूर्ण भिन्नताएँ हैं। सिविल नाफरमानी अन्य प्रकारा के विरोधों से कई मायनों में अलग … Read more

राजनीतिक बाध्यकारिता ( दायित्व) से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताओं और सिद्धान्तों पर प्रकाश डालिए ।

राजनीतिक बाध्यकारिता ( दायित्व) से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताओं और सिद्धान्तों पर प्रकाश डालिए ।

प्रश्न – राजनीतिक बाध्यकारिता ( दायित्व) से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताओं और सिद्धान्तों पर प्रकाश डालिए । किसी भी राज्य के लिए नागरिकों द्वारा कानूनों का पालन करने की समस्या एक महत्त्वपूर्ण समस्या होती है। इस दृष्टि से राजनीतिक बाध्यकारिता के विषय में जानकारी तथा विवेचन अनिवार्य हो जाता है। राजनीतिक बाध्यकारिता से … Read more

कानून के उद्देश्यों (कार्यो) का वर्णन कीजिए। कानून का पालन क्यों किया जाता है ? 

कानून के उद्देश्यों (कार्यो) का वर्णन कीजिए। कानून का पालन क्यों किया जाता है ? 

प्रश्न – कानून के उद्देश्यों (कार्यो) का वर्णन कीजिए। कानून का पालन क्यों किया जाता है ?  कानून के उद्देश्य अथवा कार्य  कानून का उद्देश्य समाज में व्यक्ति का पूर्ण विकास करना है। इसके उद्देश्यों को निम्न प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है-  1. राज्य में शान्ति और व्यवस्था स्थापित करना : कानून का सर्वप्रथम … Read more

कानून के स्वरूप (प्रकृति) सम्बन्धी विभिन्न अवधारणाओं का परीक्षण कीजिए। 

कानून के स्वरूप (प्रकृति) सम्बन्धी विभिन्न अवधारणाओं का परीक्षण कीजिए। 

प्रश्न – कानून के स्वरूप (प्रकृति) सम्बन्धी विभिन्न अवधारणाओं का परीक्षण कीजिए।   कानून का स्वरूप अथवा प्रकृति  कानून के स्वरूप अथवा प्रकृति सम्बन्धी निम्नलिखित प्रमुख विचारधाराएँ (अवधारणाएँ) हैं—  1. ऐतिहासिक अवधारणा : कानून के स्वरूप सम्बन्धी इस अवधारणा के समर्थकों में सर हैनरीमैन, मैटलैण्ड, फ्रेडरिक पोलक तथा सेविगिनी इत्यादि विद्वान हैं। कानून की इस अवधारणा … Read more

कानून (विधि) क्या है ? इसके विभिन्न स्रोतों का वर्णन कीजिए । 

कानून (विधि) क्या है ? इसके विभिन्न स्रोतों का वर्णन कीजिए । 

प्रश्न – कानून (विधि) क्या है ? इसके विभिन्न स्रोतों का वर्णन कीजिए ।  राज्य की व्यवस्था मुख्यतः शान्ति व व्यवस्था की स्थापना के लिए की गयी है ताकि व्यक्ति शान्तिपूर्ण वातावरण में रहकर अपना विकास कर सकें। इसके लिए राज्य कुछ नियम बनाता है जिन्हें कानून कहते हैं। इन नियमों को भंग करने वालों … Read more

वैश्विक न्याय (Global Justice) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें। 

वैश्विक न्याय (Global Justice) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें। 

प्रश्न – वैश्विक न्याय (Global Justice) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।  आधुनिक युग के आरंभ से लेकर 21वीं शताब्दी की संपूर्ण अवधि में न्याय की अवधारणा में रुचि रखने वाले राजनीतिक चिंतकों ने प्रमुखतः केवल राष्ट्र के अंदर राष्ट्रीय मुद्दों एवं समस्याओं पर ही विचार किया अर्थात् राज्य को अपने नागरिकों के साथ कैसा व्यवहार करना … Read more

प्रक्रियात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? तात्विक (सामाजिक) न्याय से अन्तर बताएँ । 

प्रक्रियात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? तात्विक (सामाजिक) न्याय से अन्तर बताएँ । 

प्रश्न – प्रक्रियात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? तात्विक (सामाजिक) न्याय से अन्तर बताएँ प्रक्रियात्मक न्याय : प्रक्रियात्मक न्याय का विचार कानून के संदर्भ में काफी प्रभावशाली रहा है। प्रक्रियात्मक न्याय उस प्रक्रिया में निष्पक्षता के विचार की तरफ संकेत करता है जो झगड़ों को सुलझाती है तथा संसाधनों का आबंटन करती है।  यह विचार … Read more

वितरणात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए। 

वितरणात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए। 

प्रश्न – वितरणात्मक न्याय से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।  एक निष्पक्ष और न्यायपूर्ण समाज सभी के लिए समानता, निष्पक्षता और वस्तुओं, धन और सेवाओं के उचित वितरण की आवश्यकता को पूरा करता है ताकि समाज सुचारू रूप से चल सके। नैतिक दर्शन का वह क्षेत्र जो उचित वितरण को मानता … Read more

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