बेबीलोनिया सभ्यता : शिक्षा

बेबीलोनिया सभ्यता : शिक्षा बेबीलोनिया सभ्यता में शिक्षा का मुख्य उद्देश्य प्रशासन, धर्म और व्यापार से जुड़े कुशल व्यक्तियों का निर्माण करना था । शिक्षा विशेष रूप से उच्च वर्ग के लोगों, पुजारियों, और सरकारी अधिकारियों के लिए थी । बच्चों को लिखने, पढ़ने और गणित सिखाने के लिए एडुब्बा (Edubba) नामक विद्यालय होते थे, … Read more

बेबीलोनिया सभ्यता : प्रशासन

बेबीलोनिया सभ्यता : प्रशासन बेबीलोनिया सभ्यता का प्रशासन अत्यंत संगठित और शक्तिशाली था। राजा प्रशासन का सर्वोच्च प्रमुख होता था और उसे देवताओं का प्रतिनिधि माना जाता था। राजा के अधीन विभिन्न अधिकारी होते थे, जो कर संग्रह, न्याय व्यवस्था और सैन्य संचालन का कार्य संभालते थ। राज्य को प्रांतों में विभाजित किया गया था, … Read more

बेबीलोनिया सभ्यता : कला और स्थापत्य

बेबीलोनिया सभ्यता : कला और स्थापत्य बेबीलोनिया सभ्यता की कला और स्थापत्य अत्यंत विकसित और सुंदर थी । इसकी कला में मूर्तिकला, भित्ति चित्र, धातु कार्य और टाइलों की सजावट महत्वपूर्ण थीं । बेबीलोनियाई मूर्तियों में प्रमुख रूप से देवताओं, राजाओं और सैनिकों की आकृतियाँ उकेरी जाती थीं । भित्ति चित्रों और टाइलों का उपयोग … Read more

बेबीलोनिया सभ्यता : कानून

बेबीलोनिया सभ्यता का कानून अत्यंत संगठित और न्यायसंगत था । इस सभ्यता की न्याय व्यवस्था को औपचारिक रूप देने का श्रेय राजा हम्मुराबी (1792-1750 ईसा पूर्व) को जाता है, जिन्होंने विश्व की पहली लिखित कानून संहिता तैयार की । इसे हम्मुराबी की संहिता (Code of Hammurabi) कहा जाता है, जिसमें 282 कानून शामिल थे । … Read more

बेबीलोनिया सभ्यता : धार्मिक जीवन

बेबीलोनिया सभ्यता : धार्मिक जीवन बेबीलोनिया सभ्यता में धर्म समाज का केंद्र था और इसका प्रभाव प्रशासन, न्याय और संस्कृति पर स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। यह सभ्यता बहुदेववादी (Polytheistic) थी, जिसमें अनेक देवी-देवताओं की पूजा की जाती थी । प्रत्येक देवता किसी न किसी प्राकृतिक शक्ति या सामाजिक नियम से जुड़ा हुआ था … Read more

बेबीलोनिया सभ्यता : सामाजिक जीवन

बेबीलोनिया सभ्यता : सामाजिक जीवन i) स्त्रियों की स्थिति (Position of Women ) – प्रसिद्ध इतिहासकार हेरोडोटस के अनुसार, “यहाँ के समाज में स्त्रियों की दशा शोचनीय थी और देह व्यापार का व्यापक प्रचार था ।” किन्तु एच. जी. वेल्स का मत है कि, “बेबीलोन के समाज में स्त्रियों की दशा अच्छी थी । उन्हें … Read more

सुमेरियन सभ्यता : आर्थिक व्यवस्था

सुमेरियन सभ्यता : आर्थिक व्यवस्था अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, व्यापार, शिल्पकला और कर प्रणाली पर आधारित थी। 1. कृषि और सिंचाई प्रणाली 2. व्यापार और वाणिज्य 3. शिल्प और उद्योग 4. कर और प्रशासनिक आर्थिक व्यवस्था 5. व्यापारिक मार्ग और जलमार्ग जलमार्ग: यूफ्रेट्स और टिगरिस नदियों के माध्यम से माल की ढुलाई की जाती … Read more

सुमेरियन सभ्यता : शिक्षा

सुमेरियन सभ्यता : शिक्षा सुमेरियन सभ्यता (लगभग 4500-1900 ईसा पूर्व) में शिक्षा अत्यधिक विकसित थी और इसमें लेखन, गणित, कानून, प्रशासन, धर्म और व्यापार से संबंधित विषयों को सिखाया जाता था । इस सभ्यता ने दुनिया की पहली लेखन प्रणाली – कीलाक्षर लिपि (Cuneiform Script) विकसित की, जो शिक्षा प्रणाली का प्रमुख आधार बनी । … Read more

सुमेरियन सभ्यता : प्रशासन

सुमेरियन सभ्यता : प्रशासन 1. शासन प्रणाली 2. प्रशासनिक संरचना 3. सैन्य एवं सुरक्षा व्यवस्था 4. लेखन और प्रशासन                              सुमेरियन सभ्यता की प्रशासनिक प्रणाली ने आगे चलकर अन्य प्राचीन सभ्यताओं जैसे बेबीलोन, असुर, और अक्काद पर प्रभाव डाला । उनकी संगठित शासन प्रणाली, कर संग्रह, और न्यायिक प्रणाली विश्व की प्रारंभिक शासन व्यवस्थाओं का … Read more

सुमेर सभ्यता : कला और स्थापत्य

सुमेर सभ्यता: कला और स्थापत्य सुमेर सभ्यता (लगभग 4500-1900 ईसा पूर्व) विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक थी, जो आधुनिक इराक के दक्षिणी भाग में स्थित थी । इस सभ्यता की कला और स्थापत्य अपने समय से अत्यधिक उन्नत और प्रभावशाली थे। कला : सुमेरियन कला मुख्य रूप से मूर्तिकला, चित्रकला और धातु कार्य … Read more

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