सुमेर सभ्यता: कला और स्थापत्य
सुमेर सभ्यता (लगभग 4500-1900 ईसा पूर्व) विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक थी, जो आधुनिक इराक के दक्षिणी भाग में स्थित थी । इस सभ्यता की कला और स्थापत्य अपने समय से अत्यधिक उन्नत और प्रभावशाली थे।
कला : सुमेरियन कला मुख्य रूप से मूर्तिकला, चित्रकला और धातु कार्य में विकसित हुई । वे मिट्टी, पत्थर और धातु से सुंदर मूर्तियाँ बनाते थे, जिनमें देवताओं, राजाओं और पौराणिक कथाओं को चित्रित किया जाता था । गिलगामेश के महाकाव्य में वर्णित योद्धा और देवताओं की प्रतिमाएँ इसकी उत्कृष्ट उदाहरण हैं । वे बेलनाकार मुहरें (Cylinder Seals) भी बनाते थे, जिनका उपयोग व्यापार और प्रशासन में किया जाता था।
कला और स्थापत्य के क्षेत्र में उनके योगदान ने बाद की सभ्यताओं, जैसे बेबीलोन और असीरियन, को भी प्रभावित किया । सुमेर सभ्यता की ये धरोहरें आज भी पुरातत्त्वविदों और इतिहासकारों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।