मिस्र सभ्यता की कला

मिस्र सभ्यता की कला (Art of Egyptian Civilisation) 

1) मूर्ति कला

2) चित्रकला

3) ममी बनाने की कला

4) लेखन कला

 

मूर्ति कला (Sculpture Art )

  • मिस्र सभ्यता में मूर्तिकला के क्षेत्र में आश्चर्यजनक उन्नति हुई थी ।
  • मिस्र के लोगों द्वारा निर्मित फराओं की 60 फुट से अधिक ऊँची पत्थर की मूर्तियों को देखकर वर्तमान समय के लोग स्तब्ध रह जाते हैं ।
  • एक ही पत्थर को काट कर इन मूर्तियों को बनाया गया है ।
  • गीज़ा के पिरामिड के निकट स्थित स्फिंक्स की मूर्ति विश्व प्रसिद्ध है । यह 160 फुट लम्बी एवं 70 फुट चौड़ी होने के कारण मीलों दूर से दिखाई देती है । इस मूर्ति का शरीर तो सिंह का है, लेकिन मुख खेको नामक फराओ शासक का है ।
  • इस समय कुछ राजाओं एवं रानियों की मूर्तियाँ भी बनायी गई, जो वर्तमान समय में भी प्राप्त होती हैं ।

चित्रकला (Drawing) 

  • मिस्र के मन्दिरों, पिरामिडों एवं भवनों की दीवारों पर बनाये गये पशु, पक्षी, मनुष्य एवं प्रकृति सौन्दर्य के चित्र अपनी कलात्मकता एवं सजीवता हेतु प्रसिद्ध हैं ।
  • इन चित्रों से प्राचीन मिस्र के लोगों के सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक जीवन के विषय में जानकारी प्राप्त होती है ।

 

ममी बनाने की कला (Art of Mummification)

  • मिस्र के लोग ममी बनाने अथवा मृतक शरीरों को सुरक्षित रखने की कला में दक्ष थे ।
  • प्राचीन मिस्र के राजाओं या अन्य महान व्यक्तियों के शवों को कई प्रकार के तेल मसाले व अन्य पदार्थों की सहायता से सुरक्षित रखा जाता था ।
  • मिस्र के लोग ममियों को सन्दूक में बन्द कर देते थे एवं उस ममी अथवा सम्राट से सम्बन्धित पूरी जानकारी उस पर लिख देते थे ।
  • सन् 1892 ई. में प्राप्त पहली ममी आज भी लन्दन के संग्रहालय में सुरक्षित रखी हुई है ।

 

लेखन कला ( Art of Writing) –

  • कुछ इतिहासकारों का मत है कि लिखने की कला का आरम्भ सर्वप्रथम मिस्र में ही हुआ था ।
  • मिस्र के निवासियों ने लगभग 300 ईसा पूर्व तक लिखने की कला में दक्षता प्राप्त कर ली थी ।
  • प्रारम्भ में उन्होंने चित्रलिपि का सहारा लिया तथा लेखन हेतु चित्रों का प्रयोग किया ।
  • लगभग दो हजार से अधिक चित्र मिस्र के स्मारकों पर अंकित मिलते हैं।
  • कालान्तर में मिस्र के लोगों ने 24 वर्णों की वर्णमाला का आविष्कार किया। संभवतः मिस्र के लोगों ने ही सर्वप्रथम मूर्ति पर लिखना प्रारम्भ किया था ।

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