प्रश्न – मक्का (Maize) की खेती के अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियों की विवेचना कीजिए तथा विश्व में प्रमुख मक्का उत्पादन क्षेत्रों की विवेचना कीजिए ।
गेहूँ और चावल के बाद खाद्यान्नों में मक्का का स्थान है। यह मध्य अमेरिका का मूल निवासी पौधा है। यही एक ऐसी फसल है जो नई दुनिया (अमेरिका) से पुरानी दुनिया में लाई गई थी। यह मध्य अमेरिका में प्राचीनकालीन माया (Maya) अजेटक (Aztec) और इनकी (Inca) सभ्यताओं के समय में, वहाँ निवासियों का मुख्य भोजन था । इसको नई दुनिया से कोलम्बस अपने साथ यूरोप लाया था।
संयुक्त राज्य अमेरिका में आजकल मक्के का मुख्यतः पशुओं के चारे के लिए प्रयोग किया जाता है क्योंकि मक्का में यह विशेष गुण है कि यह पशुओं को बहुत ज्यादा मोटा बना देती है। मक्का का प्रति हेक्टेयर उत्पादन भी गेहूँ आदि अन्य फसलों की अपेक्षा अधिक होता है, इसलिए अमेरिका, इंगलैण्ड आदि देशों में मक्का का पशुओं को खिलाने के लिए प्रयोग करते हैं, परन्तु मैक्सिको, दक्षिणी अमेरिका के कुछ भागों, यूरोप के दक्षिण-पूर्व के देशों और उत्तरी भारत के कुछ क्षेत्रों में मक्का मनुष्यों का भी भोजन है।
खाद्यान की तरह प्रयोग किये जाने के अलावा, मक्का से विभिन्न पदार्थ, जैसे स्टार्च, ग्लूकोज, ऐल्कोहॉल इत्यादि भी बनाये जाते हैं। इसकी हरी पत्तियों से साइलेज चारा बनाया जाता है। कुछ देशों में इसके सूखे पत्तों से कागज बनाया जाता है। गरीब व्यक्ति इसकी पत्ती और चरी से छप्पर बनाते हैं।
उपज की भौगोलिक दशाएँ (Geographical Conditions of cultivation ) : मक्का उपोष्ण कटिबंध (sub-tropical zone) पौधा है। यह 50° उत्तरी और 40° दक्षिणी अक्षांशों के बीच उत्पन्न होती है। इसकी कृषि के लिए निम्नलिखित भौगोलिक दशाएँ आवश्यक हैं-
1. तापक्रम ( Temperature) : (i) मक्का की कृषि के लिए ग्रीष्म काल का औसत तापमान 21°C से 27°C के बीच होना चाहिए। फसल लगभग तीन महीनों में उत्पन्न होती है।
(ii) रात्रियाँ कोष्ण ( warm ) होनी चाहिए, जिनमें तापमान औसतन 14°C से कम नहीं होना चाहिए।
(iii) फसल के बढ़ने और पकने के लिए कम-से-कम 140 दिनों का पालारहित समय आवश्यक है। भारत की उष्ण जलवायु में यह कुछ जल्दी पक जाती है, यूरोप तथा संयुक्त राज्य अमेरिका में दो महीने अधिक लेती है।
2. वर्षा (Rainfall) : (i) मक्का के लिए वार्षिक वर्षा 60 सेमी से 20 सेमी के बीच आवश्यक होती है। लगभग 20 सेमी वर्षा तो ग्रीष्म काल में भी होनी चाहिए। (ii) फसल के उगते समय बारम्बार हल्की-हल्की बौछारों का होना आवश्यक है। (iii) यदि बारम्बार हल्की वर्षा न मिल सके तो सिंचाई की आवश्यकता होती है। (iv) मक्का की खेती अति शीतल, अति शुष्क, अल्प वृष्टि, अति उष्ण तथा अति ठंडे प्रदेशों में संभव नहीं है। इसके लिए कोष्ण ( warm) और आर्द्र जलवायु के प्रदेश उपयुक्त हैं। सूडान तुल्य प्रदेश मक्का की कृषि के लिए बहुत उपयुक्त रहते हैं। इसके लिए इसकी विकास अवस्था में बौछार के रूप में वर्षा बड़ी लाभदायक होती है तथा गर्म रातें भी बड़ी अच्छी रहती हैं। कृषि विशेषज्ञों के मतानुसार मक्का के पौधे का 80% विकास रात्रिकाल में ही होता है, अगर रात में वर्षा हो तो बहुत ही उपयुक्त है।
3. मिट्टी (Soil) : मक्का की कृषि के लिए कॉप अथवा गहरी दोमट मिट्टी बहुत उपयुक्त रहती है। मिट्टी में आर्द्रता रहनी आवश्यक है। मिट्टी में विभिन्न प्रकार की खादों के प्रयोग से प्रति एकड़ उपज अधिक होती है।
4. भूमि (Land) : इसकी कृषि के लिए समतल धरातल होना चाहिए तथा जल निकास की पर्याप्त सुविधा होनी चाहिए क्योंकि अधिक वर्षा में इसके पौधे की जड़ गल जाती है, पौधा पीला पड़ जाता है और नष्ट हो जाता है। अतः, मक्का के खेतों में पानी भरा नहीं रहना चाहिए। प्रायः समुद्र तल से 2,400 मीटर तक की ऊँचाई तक इसे उगाया जा सकता है।
मुख्य उत्पादक क्षेत्र (Cheif Producing Areas) : विश्व में मक्का उत्पन करनेवाले देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, ब्राजील, पू० सो० संघ, दक्षिणी अफ्रीका, फ्रांस, यूगोस्लाविया, अर्जेण्टाइना, भारत तथा यूरोप के दक्षिणी-पूर्वी देश मुख्य हैं।
1. संयुक्त राज्य अमेरिका : संयुक्त राज्य अमेरिका संसार की लगभग 40% मक्का उत्पन्न करता है। अमेरिका में इसके उत्पादन क्षेत्र को ‘मेक्का की पेटी’ (Com belt) कहते हैं, यह पेटी मध्य ओहियो से मध्य नेबरास्का तक फैली हुई है। यहाँ पेन्सलिवानिया, केन्टूकी, कनेक्टीकट, मिसूरी, इलीनोइस, इण्डियाना, कन्सासा और नेबरास्का राज्यों में मक्का उत्पन्न की जाती है । ”
बहुत वृद्धि संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रति हेक्टेयर उपज ऊँची होने का कारण वैज्ञानिक कृषि है। विशेषकर संकर मक्का ( hybrid corn) की नई किस्मों के उत्पादन से उपज में हुई है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में मक्का के विशाल उत्पादन के लगभग 90% भाग का उसी देश में उपभोग हो जाता है, जिसका बहुत बड़ा भाग पशुओं को खिलाया जाता है।
2. चीन: चीन विश्व का द्वितीय बड़ा मक्का उत्पादक देश है। यहाँ विश्व की लगभग 20% मक्का उत्पन्न होती है, जो दक्षिण मंचूरिया से लेकर उत्तरी भाग के बड़े मैदानों (great plains) तक और दक्षिणी चीन की पहाड़ी भूमि पर उत्पन्न की जाती है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी-पश्चिमी और मध्य पश्चिम के पठारों पर भी मक्का की खेती होती है।
सारणी : विश्व के प्रमुख देशों में मक्का का उत्पादन,
देश | 2016 में स्थान | प्रति हे० उत्पादन(किलोग्राम में) | उत्पादन(मिलियन टन में) |
1. सं० रा० अमेरिका 2. चीन 3. बाजील 4. अर्जेण्टाइना 5. मैक्सिको 6. युक्रेन 7. भारत 8. इण्डोनेशिया 9. कनाडा 10. फ्रांस 11. मिस्र 12.दक्षिणी अफ्रीका 13. हंगरी 14. इटली | 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 | 10960 5947 4288 7442 3718 6602 2574 5370 9371 8158 7389 3995 6181 10351 | 384.77 231.83 64.14 39.79 28.25 28.07 26.26 20.36 12.34 12.13 8.01 7.77 7.4 6.83 |
चीन में मक्का गरीब लोगों का भोजन है। मक्का सूअरों को खिलाई जाती है। संसार भर में, सूअरों की सबसे अधिक संख्या चीन में पायी जाती है। सूअर उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र जेचवान बेसिन, केण्टन डेल्टा, मध्य झील बेसिन, यांग्टजी डेल्टा और उत्तरी चीन का मैदान हैं। संसार का लगभग 30% सूअर उत्पादन चीन में होता है।
3. ब्राजील : मक्का उत्पादन में तीसरा स्थान ब्राजील का है। मुख्य उत्पादन क्षेत्र मिनास गेराइस, साओ पोलो, रायो-ग्राण्डे दो-सुल, पैराना और केथारिना हैं।
4. रोमानिया : यह यूरोप का सबसे बड़ा मक्का उत्पादक देश है। यहाँ विश्व की लगभग 3% मक्का पैदा की जाती है। यहाँ गत वर्षों में उर्वरकों की सहायता से उपज बढ़ाने के प्रयत्न हो रहे हैं, जिनमें आशातीत सफलता मिली है।

5. पूर्व सोवियत संघ : पूर्व सोवियत संघ में संसार के 12% सूअर पाले जाते हैं, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका में भी संसार के 12% उत्पन्न किये जाते हैं, अतः पूर्व सोवियत संघ में सूअरों को खिलाने के लिए मक्का उत्पादन बढ़ रहा है। कुछ मक्के का मनुष्यों के भोजन के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इस देश में संसार की लगभग 2% मक्का उत्पन्न होती है। मुख्य उत्पादक क्षेत्र उक्राइनकाकरास तथा उजबेकिस्तान हैं।
6. अर्जेण्टाइना : यह विश्व का प्रमुख उत्पादक तथा मक्का का निर्यातक देश है। प्रधान उत्पादक क्षेत्र पम्पाज मैदान का उत्तरी-पूर्वी भाग है। यहाँ मक्का मनुष्यों का भोजन है तथा पशुओं को भी खिलाई जाती है। यहाँ की मक्का अधिकतर यूरोप को निर्यात की जाती है।

7. भारत : चीन के बाद एशिया में भारत सर्वाधिक मक्का उत्पादन करता है। मक्का यहाँ पर भोज्य पदार्थ है। यहाँ प्रति हेक्टेयर उपज बहुत कम है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, व राजस्थान मुख्य उत्पादक हैं।
8. अन्य देश : मक्का उत्पादन के अन्य देश दक्षिणी अफ्रीका, अर्जेण्टाइना तथा यूरोप के दक्षिण-पूर्व के देश रोमानिया, यूगोस्लाविया आदि हैं।
मक्का का व्यापार (World Trade of Maize) : मक्का का विश्व व्यापार गेहूँ के. व्यापार के 1 / 3 ( तिहाई) के बराबर है। इसके दो कारण हैं-
(i) मक्का अधिकतर पशुओं को खिलाई जाती है, अत: इसको उत्पादक देश ही अपने यहाँ के पशुओं को, जिनसे मांस प्राप्त होता है, खिला देते हैं।
(ii) गेहूँ की अपेक्षा मक्का का मूल्य प्रति क्विण्टल बहुत कम होता है, इसलिए परिवहन (transport) का बहुत अधिक खर्च व्यापारी सहन नहीं करता। संयुक्त राज्य अमेरिका के मक्का उत्पादन के क्षेत्र समुद्र तट से दूर हैं, इसलिए उनको महासागरीय परिवहन का लाभ नहीं मिलता है। इसके अलावा, एक प्रकार की अमेरिकन मक्का महासागरीय जहाजों में लदान करके भेजने पर जहाजों के गोदामों में पसीज जाती है। इन असुविधाओं के होते हुए भी तथा समस्त उत्पादन के केवल 10% भाग का व्यापार होते हुए भी, अन्न के विश्व व्यापार में गेहूँ और चावल के बाद तीसरा स्थान मक्के का ही है ।
प्रधान निर्यातक देश संयुक्त राज्य अमेरिका, अर्जेण्टाइना, ब्राजील, रोमानिया, थाइलैंड हैं। आयात करनेवाले देशों में इंगलैंड, इटली, पश्चिमी जर्मनी, नीदरलैंड तथा बेल्जियम हैं। जापान तथा पश्चिमी यूरोप के देशों में आयात (import) की गई मक्का पशुआ को खिलाइ जाती है। ब्रिटेन, नीटरलैंडस, इटली, फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी, डेनमार्क आदि से भी मक्का मुख्यतः पशुओं के लिए आयात की जाती है।
थोड़ी मात्रा में मक्का से बने पदार्थों का, जैसे स्टार्च, कॉर्न तेल, सेल्यूकोज, कार्न फ्लेक्स, शरबत ( syrup), ग्लूकोज, ऐल्कोहॉल आदि का भी व्यापार होता है।